Ishq Hua
by Zeba Rasheed
About the book
जिनके मन में प्रेम अंकुरित होकर पल्लवित होता है, वे उसकी खुशबू में पूरी जिंदगी जीना चाहते हैं। समाज में जो कुछ घट रहा है, वह सब के बीच हृदय में जो संवाद के पल है, प्रणय के रंगों की मोहक आभा में डूब जाने के क्षण हैं, वे हृदय के साक्षात्कार के क्षण होते हैं। बदलते जमाने के पीछे विचारों का बदलना तो व्यवहारिक और स्वाभाविक है। इधर पुराने विचार, मन में जन्मे संस्कार और रीति -रिवाज़ माँ-बाप के मन पर हावी है। वहीं प्रेम के अद्भुत क्षणों में डूब जाना जिनके लिए सार्थकता होती है, वे क्या करें? ऐसे कई पात्र प्रत्येक घर की चारदीवारी के अंदर या बाहर भटक रहें हैं और ऐसे ही कई पात्र ‘इश्क हुआ...’ की इस कहानी में आपको देखने को मिलेंगे। न जाने कितने ही दिलों की अनकहीं कहानियाँ यह उपन्यास उजागर करता हैं।
About author
"ज़ेबा जी की लेखन यात्रा 1968 से जारी है। देश-विदेश की 55 प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ। आकाशवाणी 1996 से कहानियों का प्रसारण, जयपुर दूरदर्षन से कविता
प्रकाशित पुस्तकें। 30 पुरस्कार एवं 78 सम्मान व 8 सम्मान विदेशों से, कनाडा ई पत्रिका में उपन्यास ""क्योंकि औरत ने प्यार किया’’ अैार स्टोरी मिरर संस्था के द्वारा कहानी संग्रह ""कंटीली राहें"" प्रकाशित।
विश्व हिन्दी संस्थान से ‘‘कथा शिल्पी सम्मान’’ 2017 कनाडा और Vishava Hindi Sansathan Canada Global Book of Literature Award.
क्वांगतोंग यूनीवर्सिटी हिन्दी विभाग चीन की पत्रिका ‘‘इंदु संचेतना’’ मार्च 2017’’अतिथि सम्पादक, ‘‘नारी अस्मिता’’ बड़ौदा की अतिथि सम्पादक। कैलिफोर्निया, कनाडा, चीन, टोकियो, पाकिस्तान की पत्रिकाओं में हिंदी लेख, कविता, व्यंग्य लेख, कहानियों का प्रकाशन। हर विद्या में रचनाएँ।
अनुवाद:- केन्द्रिय साहित्य अकादमी द्वारा मदुला गर्ग का उपन्यास मिलजुल मन का ‘‘हिया तणै हेत,’’ वरिष्ठ साहित्यकार श्री केशरीनाथ त्रिपाठी राज्यपाल के कविता संग्रह ‘‘जखमां माथै सबाब, खयालां री जातरा’’ राजस्थानी में। अनेक उर्दू की रचनाओं का हिन्दी में अनुवाद किया।
बाल साहित्य:- पैली पोथी राजस्थानी अक्षर ज्ञान, मीठी बातां बाल कहानी संग्रह।"
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